Practical .. No _ 1 )

प्रैक्टिकल का नाम : – चरनी में अभिलेखों का अध्ययन करना

उद्देश्य : – गौशाला अभिलेखों से हानि — लाभ को समझना

सामग्री : – विभिन्न खनिज पदार्थ मुर्घास , चने की छड़ी ,

भूसा और दवा आदि

गतिविधि : –

( A ) गाय : –

खाद्य और उत्पादन : –

गौरी गाय

तारीख मुरघास कडबा गोलीपेड भुसा दुध
11/1/2023266326+10.7
12/1/2023266328.5+9.4
13/1/2023266328.5+8.5
14/1/2023266328.6+8.1
15/1/2023266327.5+8
16/1/2023266328.5+8.3
17/1/2023266328+8.2
18/1/2023266328+14
19/1/2023266329.3+8
20/1/20232666328.8+9
21/1/20232663210+9
22/1/2023266329+8
23/1/2023266328.5+9
24/1/2023266328+8
25/1/2023266328+7.7
26/1/20232663213+9
27/1/2023266329.5+8
28/1/2023266329+9
29/1/2023266328.6+8.6
30/1/2023266328+8.3

सोनम गाय

तारीख गोलीपेड भुसा मुरघास कडबा दुध
11/1/202332 2668+7
12 /1/202332 2669.5+6.8
13 /1/2023322668.5+7.35
14 /1/20233 22069.5+77
15 /1/20233 22068+8
16 /1/20233 2 2069+7.2
17 /1/2023322069+7.8
18 /1/20233220 67.5+7.7
19 /1/2023322067+7
20 /1/2023322068.5+7.2
21 /1/2023322069+7.4
22 /1/20233220 610+7.5
23 /1/2023322069+7.1
24 /1/2023322069.5+7
25 /1/2023322068.5+7.4
26 /1/2023322069.5+7.2
27 /1/20233220612
28 /1/2023322069+7.5
29 /1/2023322068.8+7.7
30 /1/2023322068.5+7.2

बकरी पालन

तारीख मुरघास हरभरा भुसा वजन
1/12/20231kg parteki1kg parteki1mag parteki
2/12/20231kg1kg1mag
3/12/20231kg1kg1mag
4/12/20231kg1kg1mag
5/12/20231kg1kg1mag
6/12/20231kg1kg1mag
7/12/20231kg1kg1mag
8/12/20231kg1kg1mag
9/12/20231kg1kg1mag
10/12/20231kg1kg1mag
11/12/20231kg1kg1mag
12/12/20231kg1kg1mag
13/12/20231kg1kg1mag
14/12/20231kg1kg1mag
15/12/20231kg1kg1mag
16/12/20231kg1kg1mag
17/12/20231kg1kg1mag
18/12/20231kg1kg1mag
19/12/20231kg1kg1mag
20/12/20231kg1kg1mag

Practical .. No _ 2 )

प्रेक्टिकल का नाम : – सूखी घास को चारा के रूप में गाय बकरी

को खाने के लिए तैयार करना

साहित्य : – भेली ( गुड़ ) 4 . 5 kg , यूरिया 1 . 5 kg , 20 लीटर

पानी , बाल्टी , गिलास , प्लास्टिक की गोनी 6

गतिविधि : – ( 1 ) सरपंच को बारीक करके 50 kg काटा

( 2 ) फिर दोबारा चने के खुट्टी को भुसा के रूप में

बारीक करके 50 kg काटा गया

( 3 ) पलास्टिक की चटी को जमीन पर बिछाकर

उस पर भूसा को फैलाया और भूसा के उपर

20 kg गुड़ के पानी को भूसा के उपर डाला और

मिक्स किया

( 4 ) फिर दुबारा ठीक उसी प्रकार से दोबारा मिक्स किया

( 5 ) प्लास्टिक में भरकर अंदर के हवा को निकालकर उसे

बांध दिया गया और उसे रख दिया

Practical .. No _ 3 )

प्रैक्टिकल का नाम : – खेती करने के लिए जमीन की जुताई

करके तैयार करना

_____ : प्रमुख आदर्मभूमि जुताई गतिविधियां

practical .. No _ 4 )

प्रेक्टिकल का नाम : – खेती में मीटर से माप का अध्ययन करना

उद्देश्य : – खेतों को मापने में सक्षम होने के लिए

सर्वस्चको का अध्ययन

सामग्री : – मीटर टेप

Practical .. no _ 4 )

प्रैक्टिकल का नाम : – लगाए गए पौधों की संख्या

उद्देश्य : – कृषि में रोपण करते समय पहले स्थान की

योजना बनाने में सक्षम होना

पौधों की संख्या : – आंतरिक का क्षेत्रफल _ पौधों के बीच की दूरी

उदाहरण : – क्षेत्रफल = 672 sq ft

बगीचे मैं पौधों की बीच की दूरी 90 cm x 90 cm

90 cm x 90 cm = 3 x 3 ft

पौधों की संख्या : – 672 sq ft ÷ 3 × 3

= 672 ÷ 9

. = 74 . 6 पौधा

672 sq ft जगह में 74 फूलों के पौधों को लगा सकते हैं

प्रैक्टिकल .. no _ 6 )

प्रेक्टिकल का नाम : – मिट्टी का परीक्षण करना

उद्देश्य : – मिट्टी परीक्षण करने के बाद कितना जमीन को

खाद्य देते हैं इसकी आवश्यकता के अनुसार जमीन

का मापन करना व मिट्टी का परीक्षण करना

Fertilizer की मात्रा

अत्यंत कम = 50 %

कम = 25 % ज्यादा

मध्यम = जितना है उतना ही देना है

मध्यम से कम = 10 % कम

ज्यादा = 25 % कम

बहुत ज्यादा = 50 %

80 : 60 : 60

N P K

N = 80 / N = बहुत कम

P = 60 / P = ज्यादा

K = 60 / K = कम

60 × 25 %

K = 60 + 15 = 75

60 \ 25 %

80 × 25 % = 80 + 20 = 100 kg

Practical .. no _ 7 )

प्रेक्टिकल का नाम : – पोली हाउस

उद्देश्य : – 1 ) पोली हाउस को समझना

2 ) इसके कार्य को समझना

green house effect : –

co2 हवाई मंडली अवशोषण को रोका जाता है और इस क्रिया

को ग्रीनहाउस कहते हैं और इसे greenhouse effect

कहां जाता है

Green house के प्रकार

1 ) Polyhouse

2 ) glass house

3 ) sheed net house

फायदे : –

1 ) उत्पादन

2 ) तूफानी मौसम से बचाव

3 ) Quality ( गुणवत्ता )

नुकसान : – 1 ) अधिक लागत ( 1500 ₹ )

2 ) किट वृद्धि अधिक होती है इस प्रकार कीटनाशको

की लागत बढ़ जाती है

3 ) इस दौरान नुकसान उठाने का जोखिम अधिक रहता है

Practical .. no _ 8 )

प्रैक्टिकल का नाम : – जानवरों के रहने की जगह को साफ सुथरा

करना व उनके शरीर को साफ रखना

साहित्य : – 1 ) साबुन 2 ) बाल्टी 3 ) पानी 4 ) ब्रश

पशुओं के बांधने के स्थान को साफ सुथरा रखें और उन्हें गंदे पानी

मे न जाने दे उन्हें बीमारियों से बचाने के लिए सबसे बेहतर तरीका है

पशुधन के लिए साफ-सुथरा और हवादार घर संतुलित खानपान तथा

उचित देखभाल का इंतजाम करने पर उनके गुरु ग्रस्त होने का खतरा

किसी हद तक टल सकता है रोगों का प्रकोप कमजोर मवेशियों पर

ज्यादा होता है उनकी खुराक ठीक करने पर उनके भीतर रोगों से बचाव

करने की ताकत पैदा हो जाती है थान की जगह साफ परजीवी से

फैलने वाले रोगों और छुआछूत बीमारियों से मवेशियों से रक्षा करती है

सतर्क रहकर पशुधन की देखभाल करने वाले पशुपालक बीमार पशु

को झुंड से अलग कर अन्य पशुओं को बीमार होने से बचा सकते हैं

इसलिए पशुपालकों और किसानों को निम्नांकित बातों

पर ध्यान देना चाहिए

Practical .. no _ 9 )

प्रेक्टिकल का नाम : – बीज प्रक्रिया

उद्देश्य : – बीज की अंकुरण के लिए क्षमता को बढ़ाना

सामग्री : – बीज जैसे = गाजर , चुकंदर , पालक , मेथी , धनिया

विधि : – 1 ) सबसे पहले मेथी पालक धनिया के बीच लिए गए

2 ) प्रत्येक को थोड़े से पानी के साथ Tricho derma करके छिड़के

3 ) Tricho derma 100 gm बीज के लिए किया जाता है

4 ) Tricho derma करने के बाद बीजों को 2 से 3 घंटों के लिए

छाया मै सुखाया जाता है

{ Seed Treatment }

1 ) Physical ( भौतिक )

2 ) Chemical ( रासायनिक )

3 ) Biological ( जैविक )

Practical .. no __ 10 )

प्रैक्टिकल का नाम : – गाय का अंदाज से वजन करना

उद्देश्य : – गाय के वजन का अनुमान लगाना सीखना

सामग्री : – मीटर टेप

सूत्र : –

गाय का वजन = अ × ब × क ÷ 666

अ = चेस्ट

ब = चेस्ट का घेरा

क = सिंह से लेकर पूछ तक की लंबाई में अंतर

सोनम का वजन = अ × ब × क ÷ 666

= 81 × 81 × 55 ÷ 666

= 640 kg

गौरी का वजन = अ × ब × क ÷ 666

= 65 × 65 × 62 ÷ 666

= 393 kg

Practical .. no _ 11 )

प्रैक्टिकल का नाम : – मुर्गियों का F . C . R निकालना

उद्देश्य : – आहार से सेवन की गुणवत्ता और वजन बढ़ाना

साहित्य : – वजन काटा

F . C . R : – food conversion rotio

F . C . R ( of given time ) = कुल दिए गए खाद्य

________________

कुल बढ़ा हुआ वजन

लाभ : – 1 ) कुल दिए गए खाद्य = 390 kg

2 ) कुल बढ़ा हुआ वजन = 177 . 5 kg

Practical .. no __ 12 )

प्रेक्टिकल का नाम : – सैक गार्डन

उद्देश्य : – कम से कम जगह में फसल या बागीचा लगाना

साहित्य / साधने : – 1 ) प्लास्टिक बैग 2 ) ईद के टुकड़े

3 ) घास 4 ) खड़ी 5 ) खाद्य 6 ) मिट्टी

कृति : – 1 ) सबसे पहले सभी सामग्री एकत्रित कर ले

2 ) बाल्टी में ईद के टुकड़े डाल दें

3 ) उस पर मिट्टी डाले लेकिन सबसे पहले पाइप

को बीचों बीच में डाल ले

4 ) उस पर घास डाले

5 ) फिर उस पर स्लरी डाला गया

6 ) फिर दुबारा मिट्टी को डाला

7 ) पाइप के अंदर पत्थर के छोटे-छोटे टुकड़े डालकर

पाइप को निकाल लिया गया और पौधे लगा दिया

और बाद मे उसपर पौधा लगाया गया

Practical .. no _ 13 )

प्रेक्टिकल का नाम : – एक पौधे को दूसरे पौधे में विकसित करना

उद्देश्य : – वनस्पति प्रसार को समझना

माध्यम : –

1 ) बीज : – 1 ) प्रमुख माध्यम

2 ) सर्वाधिक प्रसार के लिए व अधिक प्रसार होना

2 ) खड़ा : – कुछ पौधे बीट द्वारा विकसित व संचालित होते हैं

3 ) पान : – पान के पत्ते अधिक रूप में पत्तियां माध्यम संचारित

होती है _____ उदाहरण : – ब्रह्मकमल

4 ) जड़ : – जड़ के माध्यम से प्रसारित किया गया जैसे : – आलू

5 ) कलम करना : – यह का आधुनिक तरीका है

कलम के कुछ प्रकार : –

पाचर कलम : – पौधे के पुलई भाग को कटर की सहायता

से लम्बवत काटे और दूसरी शाखा को उस कटे हुए भाग

मे अस्थपित कर दे और इसे अच्छी तरह से बांध दे

2 ) कूटी कलम : – शाखा की छाल को हटाकर इसे कवकनाशी

से उपचारित किया जाता है और इसे पलास्टिक से ढक दिया जाता है

Practical .. no _ 14 )

प्रेक्टिकल का नाम : – पौधों को पानी देने की विधि

उद्देश्य : – पौधों को पानी देने के लिए उपयुक्त अध्ययन

तरीका : – ( 1 ) मेड के द्वारा पानी देना

( 2 ) पानी की खपत ज्यादा

( 3 ) इसमें मिट्टी कड़क होती है

सिंचाई : – ( 1 ) हयूम को बारिश या बारिश की तरह सींचा

जा सकता हैं

थिबक सिंचाई : – ( 1 ) यह दूर तक पानी नहीं देता है और

यह थोड़ा ही पानी देता है

( 2 ) ज्यादा खर्च लगता है

( 3 ) पानी कम लगता हैं

Practical .. no _ 15 )

प्रेक्टिकल का नाम : – प्राणियों का तापमान जांच करना

उद्देश्य : – पशु बीमार है कि नहीं है इसे देखने के लिए

जांच किया जाता है

सामाग्री : – थर्मामीटर

कृति ____ प्रक्रिया : – ( 1 ) पहले जानवर को पकड़ कर

व्यवस्थित करे

( 2 ) उसकी गुदा के अंदर के क्षेत्र में तापमान लिया गया

( 3 ) तापमान का रिकॉर्ड लिया गया

( 4 ) 102 डिग्री सेल्सियस से ऊपर तापमान का मतलब

हैं कि जानवर बीमार है

Practical .. no _ 16 )

प्रेक्टिकल का नाम : – छिड़काव का प्रयोग करने के लिए

दवा तैयार कर छिड़काव करना

= छिड़काव करके नियंत्रण करने के लिए

साहित्य : – ( 1) पम्प ( 2 ) मास्क

( 3 ) गोगल ( 4 ) हैंड ग्लोज

रासायनिक औषधि : –

( 1 ) Polytechnic 44 E C

( 1 ) मक्के की फसल पर दवा फवार से मारना

( 2 ) मात्रा : – 20 liter पानी

20 ml लिक्विड

( 2 ) Humla 550 : –

( 1 ) मावा रोग के लिए फ़वार किया

जैसे : – मिर्ची , टमाटर , बैंगन

( 2 ) मात्रा : –

20 liter पानी और 20 ml लिक्विड

( 3 ) 00 : 52 : 24

( 1 ) ये एक उर्वरक है

प्याज उगाने के लिए जड़ में फवार करना चाहिए

मात्रा : – 20 liter पानी और 75 gm लिक्विड

practical .. no _ 17 )

प्रैक्टिकल का नाम : – रोग ग्रस्त और किट संक्रमित पेड़ों से

पत्तियों के नमूने एकत्र करना

उद्देश्य : – रोग का नाम पहचान कर उसका समाधान करना

सामग्री : – विभिन्न पौधों के पत्ते

नमूने : –

( 1 ) गोभी : –

( 1 ) लक्षण : – पत्ती मुड़ना

( 2 ) रोग : – Trips

( 3 ) उपाय : –

Hamla 550

( 2 ) कद्दू : –

( 1 ) लक्षण : – साप जैसे सफेद रेखा

( 2 ) रोग : – नाग अली

( 3 ) उपाय : – करंज तेल . नीम तेल

Humla 550

( 3 ) टमाटर : –

( 1 ) लक्षण : – नाग की तरह रेखा

( 2 ) रोग : – नाग अली

( 3 ) उपाय : – करंज तेल . नीम तेल

Humla 550

( 4 ) मिर्ची : –

( 1 ) लक्षण : – पते अंदर के तरफ मुड़ जाते है

( 2 ) रोग : – trips

( 3 ) उपाय : – Humla 550

( 5 ) मक्के का पत्ता : –

( 1 ) लक्षण : – कोर कसर

( 2 ) रोग : – अमेरिकन वुडवर्म

( 3 ) उपाय : – Prophex

( 6 ) अमरूद : –

( 1 ) लक्षण : – सफेद भाग

( 2 ) रोग : – यूनी मावा

( 3 ) उपाय : –

( 7 ) आम : –

( 1 ) लक्षण : – पत्तो मे छेद

( 2 ) रोग : – गमोरिया

( 3 ) उपाय

( 8 ) सेवागा : –

( 1 ) लक्षण : – पान कला

( 2 ) रोग : – अली

( 3 ) उपाय : – Prophex

( 9 ) नींबू

( 1 ) लक्षण : –

( 2 ) रोग : – नासूर बनता है

( 3 ) उपाय : –

लारवा का प्रकार

पान खनारी

रसीला

Practical .. no _ 18 )

प्रेक्टिकल का नाम : – खरपतवार को नियंत्रण करना

उद्देश्य : – खरपतवार को नियंत्रण करके सीखना

खरपतवार : – अवांछित घास जिसे हम फसल से

अलग बो देते है

नुकसान : – ( 1 ) फसलों में अन्य तरल पदार्थ फसलों की

तुलना मे अधिक खरपतवार लेते हैं खाद्य फसलें

बर्बाद हो जाती हैं और फसल सही तरीके से नहीं उगती है

( 2 ) फसलों पर कीड़ों का प्रकाप होता है

( 3 ) निराई और छिड़काव का खर्चा ज्यादा होता है

( 4 ) हवा का संचार खेत में नहीं होता है जिससे उपज

कम होती है

नियंत्रण : –

( 1 ) शारीरिक : –

( 1 ) गहरा जुताई

( 2 ) फसल चक्र

( 3 ) फसल को ढकना

( 4 ) पौधों को कवरिंग करना

( 5 ) पौधों के चारों तरफ खुरपी करना

( 6 ) हाथ से घास निकालना

( 2 ) रासायनिक : –

( 1 ) Selective : – एक ही प्रकार के घास को खत्म करता है

( 2 ) Non . Selective : – सभी प्रकार के घास को खत्म करता है

उदाहरण : – मीरा 71 Paraquclt . Dichloride

Practical .. no _ 19 )

प्रैक्टिकल का नाम : – T D N .. के अनुसार गाय का

खाद्य निकालना

उद्देश्य : – गाय का वजन माफ कर गाय को जितना भोजन

जरूरी हो उतना ही चारा दे

सामग्री : – मीटर टेप

गोरी का भजन = 553

गौरी गाय को लगने वाला T D N

1 kg वजन = 10 gm

553 kg वजन = 553 × 10

= 5530 gm T D N

1 लीटर दुध = 250 – 300 gm T D N

22 लीटर दुध = 22 × 300

= 6600 T D N

गाय को लगने वाला कुल T D N

= 6600 + 5530

= 12 , 130 gm

( 1 ) हरा चारा 33 kg

33 × 18 % = 5 . 94 kg

( 2 ) मक्के का पत्ता = 4 . 3 kg × 50 %

= 2 . 15 kg

( 3 ) गेहूं का भूसा = 3 kg

= 3 × 65 %

= 1 , 95 kg

( 4 ) गोली पेड़ = 3 kg

= 3 × 71 %

= 2 . 13 kg

5.94 + 2.15 + 1.95 + 2.13 = 12.17 kg T D N लगता हैं

🙏Project_NAME__

🔞 BLACK SOLDIER FLY…

(1) Black_soldier kya hai.🙏.

👉ब्लैक सैनिक मक्खी की उचित अनुपात में बढ़ाने की प्रणाली की स्थापना.lहर दिन करते हैं 50 टन फूड-वेस्ट को मैनेज

साल 2019 में अंकित और अभी ने अपने स्टार्टअप की नींव रखी. उन्होंने कई महीनों तक रिसर्च करके तय किया कि वे Black Soldier Fly (BSF) नामक इंसेक्ट पर काम करेंगे. इस इंसेक्ट के लारवा से अच्छा प्रोटीन और फैट मिलता है और अन्य जीवों के लिए अच्छा रहता है..कचरे का दुश्मन कीड़ा।।

(2) 👉BLACK SOLDIER KO AUR KIS KAM KO ISTEMAL KIYA JATA HAI..👎

Black Soldier Fly Larvae आपकी मछली के लिए 100% प्राकृतिक भोजन है. इन लार्वा को मछली की पोषण संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उत्पादित किया जाता है. काला सैनिक फ्लाई लार्वा प्रोटीन और कैल्शियम में उच्च हैं.l

(3) ब्लैक सोल्जर के 1 दिन का मेंटेनेंस कैसे करना है।

भोजन कीड़े से बेहतर? हां, टुनाई ब्लैक सोल्जर फ्लाई लार्वा भोजन के कीड़े से बेहतर है क्योंकि ब्लैक सोल्जर फ्लाई लार्वा ग्रब्स में वसा की मात्रा अधिक होती है और अद्वितीफैटी एसिड प्रोफ़ाइल होती।,

(4)ब्लैक सोल्जर फ्लाई के लार्वा क्या खाते हैं? 

  हमारे शहर में बीएसएफएल के लिए कौन सा सस्ता खाद्य स्रोत उपलब्ध है ? बीएसएफएल को क्या खिलाएं? बीएसएफ को कैसे खिलाएं? बीएसएफएल खाना? ब्लैक सोल्जर फ्लाई के लार्वा क्या खाते हैं? बीएसएफ लार्वा के लिए कम लागत वाला खाद्य स्रोत हमेशा वियतनाम में प्रजनकों के लिए एक प्रश्न होता है।

 बीएसएफ लार्वा और उनके कुछ पेशेवरों और विपक्षों के लिए कम लागत वाले खाद्य स्रोत के लिए यहां कुछ विचार दिए गए हैं ।

 आइए किम्मी के साथ एक्सप्लोर करें। बीएसएफएल व्यापक रूप से विविध आहार को सहन कर सकता है।

 बीएसएफएल कई तरह के जैविक कचरे को खाता हैजैसे टेबल स्क्रैप, कंपोस्टिंग फ़ीड, और पशु खाद। वे कुछ हफ्तों के लिए कॉफी के मैदान से भी जीवित रह सकते हैं, लेकिन कॉफी के मैदान एक स्थायी आहार नहीं हैं।

 कॉफ़ी ग्राउंड से कैफीन चयापचय को बढ़ावा देने में मदद करता है और लार्वा को अधिक सक्रिय बनाता है। रसोई के स्क्रैप और कॉफी के मिश्रण से बना आहार उनके चयापचय को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। बीएसएफएल में मांस और वसा जैसे पशु चारा उत्पादों को jiसंसाधित करने की क्षमता है ।

आपके ब्लैक सोल्जर फ्लाई लार्वा फार्म के लिए भोजन आपके घर के पास आसानी से मिल जाता है। जंगली में, बीएसएफएल मृत जैविक सामग्री और मल खा सकता है…

खाद्य अपशिष्ट (बचे हुए भोजन)

बदलने के लिए।

सड़ा हुआ जैविक: फल, सब्जियां, कंद पशु मल।

सोयाबीन, मक्का, आलू, काजू फल …ब्लैक सोल्जर फ्लाई लार्वा ऐसे कीड़े हैं l

जो मृत जानवरों, सड़े हुए सब्जियों के पौधों को खाते हैं और भोजन के कचरे को उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन में पुनर्चक्रित करते हैं, जो कचरे को पुनर्चक्रित करने में प्रभावी हो सकते हैं और हमारे पर्यावरण को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।

 ब्लैक सोल्जर फ्लाई के लार्वा पेटू खाने वाले होते हैं। 

वे बड़ी मात्रा में जैविक कचरे को खा सकते हैं , इसे कुछ ही हफ्तों में पोषक तत्वों से भरपूर पशु आहार में परिवर्तित कर सकते हैं। इसलिए, वे जैविक कचरे को पोषक तत्वों से भरपूर पशु आहार में बदलने के लिए उत्कृष्ट हैंl 

हम जैविक अपशिष्ट प्रबंधन के लिए बीएसएफएल के उपयोग के लाभों पर एक नज़र डालेंगे।

और अधिक सीखने के लिए पढ़ना जारी रखें!

ब्लैक सोल्जर फ्लाई खाने की बर्बादी को रीसायकल कर सकती है

ब्लैक सोल्जर फ्लाई कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को कम कर सकती है

काली सिपाही मक्खी अमोनिया नाइट्रोजन उत्सर्जन को कम कर सकती है

काली सिपाही मक्खी मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार कर सकती है

काली सैनिक मक्खी पशुओं के स्वास्थ्य में सुधार करती हैl

काली सैनिक मक्खी जैविक कचरे को पोषक तत्वों से भरपूर पशु,आहार में बदल सकती है।

(5)खाने के कचरे को रीसायकल करेंl,ब्लैक सोल्जर फ्लाई लार्वा खाद्य अपशिष्ट को पुन: चक्रित कर पौष्टिक बायोमास, प्राकृतिक उर्वरक और पशु आहार के लिए नया लार्वा बना सकता है। ब्लैक सोल्जर फ्लाई लार्वा के माध्यम से खाद्य अपशिष्ट को रिसाइकिल करने की प्रक्रिया को “अकशेरूकीय खाद” कहा जाता है। ब्लैक सोल्जर मक्खी के लार्वा भोजन की बर्बादी को खाते हैं और उच्च गुणवत्ता वाले बायोमास का उत्सर्जन करते हैं जो नाइट्रोजन, फास्फोरस और अन्य आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होता है। लार्वा द्वारा बनाए गए बायोमास का उपयोग प्राकृतिक उर्वरक के रूप में या पर्यावरणीय स्थिरता परियोजनाओं में एक घटक के रूप में किया जा सकता है। ब्लैक सोल्जर फ्लाई लार्वा का उपयोग एक नया फार्म बनाने और पशु खाद्य स्रोत बनाने के लिए भी किया जा सकता है ।जो पशुधन के स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है।

कार्बन डाइऑक्साइड को कम करने में मदद करें..lब्लैक सोल्जर मक्खियाँ हवा में कार्बन डाइऑक्साइड के स्तर को कम करने की अपनी क्षमता के लिए जानी जाती हैं । जबकि वे ऐसा करने के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन नहीं किए गए हैं, वे इसे इस तरह से करने में सक्षम हैं जो पर्यावरण के लिए फायदेमंद है। ब्लैक सोल्जर फ्लाई लार्वा (बीएसएफ) बढ़ते जानवरों के आहार में प्रोटीन स्रोत के रूप में सोयाबीन भोजन (एसबीएम) को प्रतिस्थापित कर सकता है।

बीएसएफएल में 43% तक प्रोटीन होता है और यह कैल्शियम और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होता है। वे उन लोगों के लिए एकदम सही हैं जो नियमित खेती की तुलना में अधिक नैतिक रूप से स्वस्थ स्रोतों से अपना प्रोटीन प्राप्त करना चाहते हैं। ब्रीडिंग ब्लैक सोल्जर फ्लाई लार्वा बहुत सुविधाजनक है, वे बहुत सारी कृषि भूमि को बचाएंगे । अधिक विशेष रूप से, 1/2 हेक्टेयर ब्लैक सोल्जर फ्लाई लार्वा फार्मलगभग 1200 हेक्टेयर खेतों में चरने वाले मवेशियों की तुलना में अधिक प्रोटीन का उत्पादन कर सकता है, 52 हेक्टेयर सोयाबीन के बराबर प्रोटीन । काले सैनिक मक्खी के लार्वा फार्म सोयाबीन के खेतों और मवेशियों के खेतों की तुलना में अधिक कुशल हैं । और प्रोटीन के उत्पादन में बहुत कम संसाधन लगते हैं।

बीएसएफ लार्वा    15-30 दिन    1-2

खाने के कीड़े     60-90 दिन    2

मुर्गी पालन    14 सप्ताह    4.5

गाय का मांस     <36 महीने    25,

1 किलो बीफ मांस का उत्पादन करने के लिए आपको 10 किलो पशु आहार खर्च करना होगा क्योंकि काली सैनिक मक्खियों को पालने के लिए आपको लार्वा से 1 किलो प्रोटीन पाउडर बनाने के लिए केवल 2-3 किलो सड़े हुए भोजन की आवश्यकता होती है। ब्लैक सोल्जर फ्लाई लार्वा फार्म पारंपरिक पशुधन समकक्षों की तुलना में प्रति एकड़ अधिक प्रोटीन प्रदान करते हैं, और बीएसएफएल को पोल्ट्री, सूअर और सोयाबीन की खेती की तुलना में कम ताजे पानी की आवश्यकता होती है…

(6)मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करें,।

ब्लैक सोल्जर फ्लाई लार्वा जैविक कचरे को रीसायकल कर सकता है । ये लार्वा जैविक कचरे को घोल सकते हैं और उन्हें खाद में बदल सकते हैं जिसका उपयोग प्राकृतिक रूप से मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार के लिए किया जा सकता है। वियतनाम में कई जैविक सब्जी फार्म अपनी मिट्टी में सुधार के लिए बीएसएफएल खाद का उपयोग करते हैं।

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HiiAAFCO एसोसिएशन पालतू जानवरों के भोजन के रूप में BSF लार्वा को स्वीकार करता है

क्या मनुष्य ब्लैक सोल्जर फ्लाई लार्वा खा सकते हैं?

विकास का समय (जन्म या अंडे देने से लेकर कटाई तक)    1 किलो मांस के लिए फ़ीड की आवश्यकता (किग्रा) ।

बीएसएफ लार्वा    15-30 दिन    1-2

खाने के कीड़े     60-90 दिन    2

मुर्गी पालन    14 सप्ताह    4.5

गाय का मांस     <36 महीने    25

1 किलो बीफ पैदा करने के लिए आपको 10 किलो भोजन खर्च करना होगा, क्योंकि ब्लैक सोल्जर मक्खियों को पालने के लिए आपको लार्वा RLD से 1 किलो प्रोटीन पाउडर बनाने के लिए केवल 2-3 किलो भोजन की आवश्यकता होती हैll

1 किलो बीफ मांस का उत्पादन करने के लिए आपको 10 किलो पशु आहार खर्च करना होगा क्योंकि काली सैनिक मक्खियों को पालने के लिए आपको लार्वा से 1 किलो प्रोटीन पाउडर बनाने के लिए केवल 2-3 किलो सड़े हुए भोजन की आवश्यकता होती है। ब्लैक सोल्जर फ्लाई लार्वा फार्म पारंपरिक पशुधन समकक्षों की तुलना में प्रति एकड़ अधिक प्रोटीन प्रदान करते हैं, और बीएसएफएल को पोल्ट्री, सूअर और सोयाबीन की खेती की तुलना में कम ताजे पानी की आवश्यकता होती है …

मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करें

ब्लैक सोल्जर फ्लाई लार्वा जैविक कचरे को रीसायकल कर सकता है । ये लार्वा जैविक कचरे को घोल सकते हैं और उन्हें खाद में बदल सकते हैं जिसका उपयोग प्राकृतिक रूप से मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार के लिए किया जा सकता है। वियतनाम में कई जैविक सब्जी फार्म अपनी मिट्टी में सुधार के लिए बीएसएफएल खाद का उपयोग करते हैं।

ब्लैक सोल्जर फ्लाई लार्वा से खाद का उपयोग उच्च गुणवत्ता वाले जैविक उर्वरक के रूप में किया जाता है जो कई जैविक सब्जियों के खेतों के लिए उपयुक्त है।

ब्लैक सोल्जर फ्लाई लार्वा से खाद का उपयोग कई जैविक सब्जियों के खेतों के लिए उपयुक्त उच्च गुणवत्ता वाले जैविक उर्वरक के रूप में किया जाता है।

जैविक अपशिष्ट प्रबंधन उद्योग में मदद करता है

ब्लैक सोल्जर फ्लाई लार्वा (BSFL) को बड़ी मात्रा में बायोमास उत्पन्न करने की क्षमता के लिए जाना जाता है, जिसमें खाद्य अपशिष्ट, सीवेज और खाद जैसे कार्बनिक पदार्थों को पचाकर उच्च गुणवत्ता वाला प्रोटीन भी शामिल है । कई वर्षों के लिए हमारे कृषि अभियंता। आजकल, बीएसएफएल उद्योग वियतनाम, कोरिया, जापान, ताइवान, थाईलैंड और भारत जैसे देशों में फला-फूला है जहां बड़ी आबादी है और लोग अपने पर्यावरण की परवाह करते हैं।

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जैविक अपशिष्ट प्रबंधन प्रक्रियाओं में ब्लैक सोल्जर फ्लाई लार्वा का उपयोग करने का एक उदाहरण। वियतनाम में एक पायलट परियोजना ने साबित कर दिया कि लार्वा न केवल खाद्य अपशिष्ट को प्रोटीन में परिवर्तित कर सकता है बल्कि खाद्य अपशिष्ट से मीथेन उत्सर्जन को कम करने में भी मदद कर सकता है। अधिक विशेष रूप से, बीएसएफएल वियतनाम के काजू उद्योग को सभी काजू फलों के कचरे का इलाज करने में मदद करता है । अतीत में, कच्चे काजू लेने के बाद आमतौर पर काजू के फलों को फेंक दिया जाता था। इसलिए आजकल, वियतनाम में कई जैविक काजू फार्म हैं जो खाद और प्रोटीन के लिए सभी प्रकार के काजू फलों के कचरे को खाने के लिए काली सैनिक मक्खियों को पालते हैं।

खाद: बीएसएफएल बड़ी मात्रा में जैविक कचरे (काजू के फल ) को खाद में बदलने में सक्षम हैं, जिसका उपयोग काजू के खेत की मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार के लिए उर्वरक के रूप में किया जा सकता है , और काजू के खेत की देखभाल की लागत को बहुत कम कर सकता है।

उच्च गुणवत्ता वाला प्रोटीन: बीएसएफएल प्रोटीन-खराब फ़ीड (काजू फल कार्बनिक अपशिष्ट) को मूल्यवान प्रोटीन में बदल देता है। किसान बीएसएफ लार्वा को स्थानीय चिकन फार्मों, या सुअर फार्मों… के पास बेच सकता है । बीएसएफ के लार्वा ने काजू उद्योग को पैसे में बर्बाद कर दिया, वियतनाम के काजू किसानों को अपने जीवन को बेहतर बनाने में मदद की।

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काजू सेब में शामिल हैं: 90% फल है, 10% कच्चा काजू है।

काजू सेब में  90%  काजू फल और 10%  कच्चे काजू होते हैं । अतीत में, कच्चे काजू लेने के बाद आमतौर पर काजू के फलों को फेंक दिया जाता था। आजकल काजू फल का उपयोग बीएसएफएल फार्म के लिए एक खाद्य स्रोत के रूप में किया जाता है।

जैविक कचरे को पोषक तत्वों से भरपूर पशु आहार में बदलें।

ब्लैक सोल्जर फ्लाई लार्वा एक प्रकार का कीट है जो अक्सर आपके स्थानीय खाद के डिब्बे में पाया जा सकता है। कई लोग कुत्तों, बिल्लियों, मुर्गियों, सूअरों, खरगोशों सहित जानवरों को खिलाने के लिए उनका उपयोग करते हैं… बीएसएफ  के लार्वा खाद्य अपशिष्ट, खाद, शराब की भठ्ठी अपशिष्ट, सोया अपशिष्ट, कॉफी अपशिष्ट, और मानव खाद्य अपशिष्ट  सहित  सभी प्रकार के जैविक कचरे को खा  सकते हैं। उन्हें उच्च गुणवत्ता वाले पशु फ़ीड में। बीएसएफएल का पोषण: % प्रोटीन, % वसा… इस बात पर निर्भर करता है कि आप अपने बीएसएफएल को क्या खिलाते हैं।

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खाद्य स्रोत    बीएसएफएल में % प्रोटीन     बीएसएफएल में% वसा

मवेशी खाद    42,1 %    29 – 34,8  %

पोल्ट्री खाद    39 – 41,8%    27,2 – 35,1%

सूअर की खाद    43 – 43,6%    26,1 – 34,2%

चावल की भूसी का आटा    42,3 – 45,7%    27,5 – 27,8%

चिकन खाना    42,8 – 54,7%    14,6 – 19,1%

बचे हुए / खाद्य अपशिष्ट    कोई आकड़ा उपलब्ध नहीं है    कोई आकड़ा उपलब्ध नहीं है

मछली का कचरा    60 – 62,7%    22,5 – 27,7%।काली सैनिक मक्खी , या बीएसएफ, एक प्रकार की उष्णकटिबंधीय मक्खी है जिसका उपयोग सैकड़ों वर्षों से भोजन के स्रोत के रूप में किया जाता रहा है। बीएसएफ के लार्वा और प्यूपा प्रोटीन, विटामिन और खनिजों में उच्च होते हैं और इन्हें पिछवाड़े और ग्रीनहाउस में खेती की जा सकती है। 

बीएसएफ एक लाभकारी कीट है। तै निन्ह, बिन्ह फुओक – वियतनाम, जहां की मिट्टी और जलवायु उनके लिए सबसे उपयुक्त है, मक्खियां अब मेकांग डेल्टा किसान के लिए नकदी गाय बन गई हैं। आपने काली सैनिक मक्खियों के बारे में सुना है, लेकिन क्या आप नहीं जानते कि वे क्या हैं और वे कहाँ स्थित हैं? वे हमारे जीवन में कैसे मदद कर सकते हैं? और ये ब्लैक सोल्जर फ्लाई उत्पाद कितने उपयोगी हैं? क्या ब्लैक सोल्जर मक्खियाँ नुकसान पहुँचा सकती हैं? ब्लैक सोल्जर मक्खियों के बारे में जानने के लिए किम्मी के फार्म से जुड़ें नीचे की पोस्टों में।बीएसएफ क्या हैं और वे कहाँ स्थित हैं?

ब्लैक सोल्जर फ्लाई हमारे जीवन में कैसे मदद कर सकती है?

ये ब्लैक सोल्जर फ्लाई उत्पाद कितने उपयोगी हैं?

क्या ब्लैक सोल्जर मक्खियाँ हमारे पर्यावरण को नुकसान पहुँचा सकती हैं?

क्या काली सैनिक मक्खियाँ खतरनाक हैं?

H,ब्लैक सोल्जर फ्लाई क्या है?

ब्लैक सोल्जर फ्लाई (या: बीएसएफ,  हर्मेटिया इल्यूसेंस ) जंगली में एक बहुत लोकप्रिय और व्यापक रूप से ज्ञात मक्खी का नाम है, जो दुनिया भर के कई स्थानों में प्रचारित है। ब्लैक सोल्जर फ्लाई सबसे अधिक लाभकारी मक्खियों में से एक है जिसे मनुष्य ने कभी जाना है। उनके पास स्वच्छ कृषि, वैश्विक जैविक अपशिष्ट उपचार और पशु चारा के लिए प्रोटीन स्रोत में कई अनुप्रयोग हैं। महान लाभ के लिए जो काली सैनिक मक्खी मनुष्यों के लिए लाती है, और आज वे वियतनाम सहित दुनिया भर में बहुत लोकप्रिय मक्खियाँ हैं। कई पश्चिमी देशों में खाद प्रबंधन और प्रोटीन फ़ीड के रूप में बीएसएफ का उपयोग किया गया है

काली सैनिक मक्खियों को गैर-हानिकारक माना जाता है, क्योंकि जब वयस्क मक्खियाँ उड़ती हैं तो उनका मुँह नहीं होता है, वे खाना नहीं खाती हैं, केवल पानी पीती हैं, और प्रजनन पर ध्यान केंद्रित करती हैं। क्योंकि वयस्क होने पर इसका मुंह नहीं होता है, इस प्रकार की मक्खी काटती नहीं है, फसलों को नुकसान नहीं पहुंचाती है, पशुधन, मुर्गी पालन, पालतू जानवरों को कोई संक्रामक रोग नहीं पहुंचाती है… .. काले सैनिक मक्खी का उल्लेख नहीं है जहरीली मक्खियों की अन्य प्रजातियों का भी प्रतिरूप, क्योंकि बीएसएफ उन जहरीली मक्खियों के प्रजनन के लिए प्रतिस्पर्धा करेगी जिन्हें आप अपने खेत से खत्म करना चाहते हैं।

काली सैनिक मक्खियाँ बहुत मददगार, लोकप्रिय और गैर-हानिकारक मानी जाती हैं।