नाव :सूरज विकास बारवे
प्रोजेक्ट नाव :शेळीपाळण
शेळीपाळण विषयी माहिती :
अर्ध बंदिस्त शेळीपालन मध्ये शेळ्या चरण्यासाठी काही वेळ बाहेर मोगळ्या सोडल्या जातात. यामध्ये शेळयांना चाऱ्याबरोबर शेतातील व बांधावरील बऱ्याच वनस्पती मिळतात यामुळे शेळयांचे आरोग्य खूप चांगले राहते तसेच खाद्यही कमी लागते यामुळे हा प्रकार जास्त फायदेशीर आहे. भारतात असणाऱ्या शेळ्यांची संख्या सुमारे १२३ दशलक्ष इतकी आहे.
महाराष्ट्र, गुजरात, आंध प्रदेश, तमिळनाडू व केरळ या भागांत सुरती, दख्खनी, उस्मानाबादी व मलबारी या शेळ्यांच्या जाती आढळून येतात. बंगाल, आसाम, त्रिपुरा, ओरिसा व बिहार राज्यात बंगाली शेळी म्हणून ओळखली जाणारी एकच जात प्रामुख्याने आढळते. आसाम मध्ये आसाम हिल ब्रीड (गोट) ही स्वतंत्र जात आहे असे मानतात
शेळीपालन व्यवसाय म्हणजे काय?
शेळीपालन म्हणजे साधारणपणे दूध, मांस आणि फायबर पिकवण्याच्या उद्देशाने शेळ्या पाळणे. सध्याच्या काळात शेळीपालन हा एक फायदेशीर व्यवसाय बनला आहे आणि त्याच्या बहुआयामी उपयुक्ततेमुळे खूप कमी गुंतवणूक करावी लागते.
शेळीला वाढण्यास किती महिने लागतात?
दिनांक | मूरघास | कडबा | हत्ती गवत | दुध | |||||
23-11-2023 | 11.5 | 10 | २ | ||||||
24-11-2023 | 9.9 | 10.4 | २ | ||||||
25-11-2023 | 12.6 | 13.4 | २ | ||||||
26-11-2023 | 10.1 | 12.3 | २ | ||||||
27-11-2023 | 9.2 | 10.3 | २.५ | ||||||
28-11-2023 | 11.2 | 10.7 | २.५ | ||||||
29-11-2023 | 14.4 | 12.1 | २.५ | ||||||
30-11-2023 | 9.8 | 10.9 | २.५ | ||||||
01-12-2023 | 11.1 | 13.3 | २.५ | ||||||
02-12-2023 | 12.2 | 11.3 | २ | ||||||
03-12-2023 | ५ | ४ | १०.२ | २ | |||||
04-12-2023 | ५ | ५ | २ | ||||||
05-12-2023 | ८.१ | १२.१ | २.५ | ||||||
06-12-2023 | ७.१ | ११.२ | २ | ||||||
07-12-2023 | ९.४ | ९.२ | २.५ | ||||||
08-12-2023 | १०.३ | १०.७ | २.५ | ||||||
09-12-2023 | ९.२ | ११.२ | १.५ | १ | |||||
10-12-2023 | ११.२ | १ | १.५ | ||||||
11-12-2023 | ६.१ ८.३ | ११.६ | १.५ | १ | |||||
12-12-2023 | ११.५ | १.५ | १ | ||||||
13-12-2023 | १० | ९.६ | १.५ | १.५ | |||||
14-12-2023 | १२.१ | ९.९ | २ | १.५ | |||||
15-12-2023 | १३.३ | १२.४ | १.५ | १.५ | |||||
16-12-2023 | ११.१ | १५.२ | १.५ | २ | |||||
17-12-2023 | १४.१ | ५.३ | ९.४ | १.५ | १.५ | ||||
18-12-2023 | १२.३ | १४.३ | १.५ | १.५ | |||||
19-12-2023 | १२.६ | १५.३ | २ | २ | |||||
20-12-2023 | १३.३ | २ | २ | ||||||
21-12-2023 | १२.३ | १२.१ | १ | २ |
साधारणपणे मादी शेळ्या 6 ते 10 महिने वयाच्या जाती, आकार आणि वजनानुसार परिपक्व होतात. नर शेळ्या 12 महिन्यांच्या वयात परिपक्व होतात . शेळीपालनासाठी तीन वर्षांत दोन किडिंग आदर्श आहे. महिन्यांच्या अंतराने इष्टतम उत्पादनासाठी डोईची पैदास केली जाऊ शकते.