नर्सरी
प्रस्तावना
हमने नर्सरी को देखा और हम सभी ने डिस्कस कि वहा कौन-कौन से पौधे लगेंगे फिर उसके बाद नर्सरी की साफ सफाई किया और नर्सरी जाने का प्लान बनाया फिर हम लोग सभी सर और मेडम से पूछे कि आपको शो प्लांट चाहिए क्या टेबल पर रखने के लिए सर ने बोला हां फिर हम लोग नर्सरी गए और वहां पर पौधे देखें की कौन-कौन से पौधे हैं और कैसे पौधे हैं और नर्सरी कैसे करते हैं यह जाना फिर उसके बाद यहां पर आए और सर लोग को पौधे दिए और उसके बाद नर्सरी का काम स्टार्ट किया और नर्सरी बनाया और हमने गुट्टी कलम भी किया था और 30 तारीख को विज्ञान प्रदर्शनी हुआ था और हम लोग नर्सरी के बारे में बताए थे और नर्सरी का पौधा भी बेचे थे
1) प्रस्तावना
नर्सरी वह स्थान है जहाँ विभिन्न प्रकार के पौधों को उगाकर सुरक्षित रखा जाता है। यहाँ पौधों को विशेष देखभाल, पानी, खाद और उचित वातावरण दिया जाता है ताकि वे अच्छे से बढ़ सकें। नर्सरी का महत्व शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण, बागवानी तथा वाणिज्यिक दृष्टि से भी है।
2) उद्देश
- पौधों के प्रकार एवं उनकी देखभाल के तरीके जानना।
- नर्सरी प्रबंधन की प्रक्रिया को समझना।
- गुट्टी कलम जैसी वनस्पती विज्ञान की पद्धतियाँ सीखना।
- विद्यालय व घर की सुंदरता बढ़ाने हेतु शो प्लांट्स तैयार करना।
- विज्ञान प्रदर्शनी में नर्सरी का महत्त्व बताना और पौधों का विक्री अनुभव प्राप्त करना।
3) सर्वे
हमने विद्यालय की नर्सरी देखी तथा शिक्षकों और विद्यार्थियों से चर्चा की।
- कौन से पौधे लगाना चाहिए?
- शो प्लांट्स की आवश्यकता है या नहीं?
- किस प्रकार के पौधों की अधिक मांग रहती है?
इस सर्वे से हमें जानकारी मिली कि शिक्षकों को टेबल पर रखने के लिए शो प्लांट्स चाहिए।
4) साहित्य
नर्सरी संबंधी जानकारी पुस्तकों, विज्ञान शिक्षक तथा इंटरनेट द्वारा प्राप्त की गई।
- पौधों की बढ़वार के लिए उपयुक्त माती, पानी और खाद का उपयोग।
- शो प्लांट्स जैसे मनी प्लांट, तुलसी, क्रोटन, गुलाब, एलोवेरा इत्यादी।
- गुट्टी कलम पद्धती से पौधे तैयार करने के उपाय।
5) कृती (कार्यप्रक्रिया)
- सबसे पहले नर्सरी का निरीक्षण किया।
- नर्सरी की साफ-सफाई की।
- शो प्लांट्स की आवश्यकता के लिए सर और मेडम से चर्चा की।
- नर्सरी में उपलब्ध पौधे देखे और उनकी देखभाल के बारे में सीखा।
- पौधों को शिक्षकों को उपलब्ध कराया।
- गुट्टी कलम की पद्धति अपनाकर नए पौधे तैयार किए।
- 30 तारीख को विज्ञान प्रदर्शनी में नर्सरी के बारे में जानकारी दी और पौधे भी बेचे।
6) मुझे यह सिखने को मिला
- पौधों की देखभाल और नर्सरी प्रबंधन का ज्ञान।
- गुट्टी कलम पद्धति practically करना।
- पौधे बेचने का अनुभव और आत्मविश्वास।
- टीमवर्क, जिम्मेदारी और पर्यावरण के प्रति जागरूकता।
7) निरीक्षण
- पौधे की नियमित देखभाल करने पर उनकी बढ़वार अच्छी होती है।
- गुट्टी कलम से पौधे आसानी से तैयार किए जा सकते हैं।
- लोगों को शो प्लांट्स और सजावटी पौधों में अधिक रुचि होती है।
- विज्ञान प्रदर्शनी में पौधों की अच्छी डिमांड रही।
8) निष्कर्ष
नर्सरी प्रोजेक्ट से हमें पर्यावरण संरक्षण और पौधों के महत्व का ज्ञान हुआ। इससे हमें व्यवहारिक शिक्षा, टीमवर्क तथा आर्थिक दृष्टिकोन से भी अनुभव प्राप्त हुआ। नर्सरी कार्य द्वारा विद्यालय का वातावरण सुंदर हुआ और विज्ञान प्रदर्शनी में भी हमारी मेहनत सफल रही।