घईटा का रेकर्ड राकना NO . (1 )
उदेश्य :- घाईटा का नुकसान ओर पाईदे ओर रेकॉर्ड राकना ना
कृति :- पहले त हम घईटा का रेकर्ड केसे रक ते हे उसकी बारी मे बाताया गेया
गाई , बाकरी , मुर्गी , एन्की खाना केसे देना हे रेकर्ड रकना हे ओर उनको केसे ब्यबहार करना हे उसकी बारी मे सिका
रेकर्ड चार्ट केसे लिकते हे उसकी बारीमे सिका |
p. सूखा घास तेयार करना NO.(2)
साहित्य :- माखा का पेन्डा , हारबारा , पॅकिंग बेग ,गुड , बकेट ,मोग , कुटी machine, black tap
कृति ;- पहले हाम माखा का पेन्डा को कुटी machine पे डाला उसको 50 खिलो छटा छटा टुकड़ा करदिये ओर साढ़े 4 खिलो गुड को 15 लीटर पनि मे डाल के अचेसे मिक्स कार दिया | जमीन पे बड़ा तैली भिचा दिया उसके उपार माखा का छटा छटा टुकड़े को कुटी machine से बहार निकालके जमीन पे भिचाया हुआ तैली के ऊपार डाल दिया ओर उसको समान लेबेल कारदी ए ओर उसकी उपार साढ़े 4 खिलो 15 लीटर पनि मे मिक्स किया हुवा पनि को उसका उपार डाल दिया ओर एउरिया 2 खिलो लाए ते उसके उपार आधा खिलो डाला ओर उनसाबको मिक्स कार दिया ओर पेकिंग बेग पे हवा ना घुसे इस तारा इस्तारा black tap लगा के पेक कारके राक दिया | ओर हरबारा को भी वही प्रोसेस किया |
हरबार मिक्स
1 | material | us material | RS | खिलो | कीमत |
2 | पेंड | 50 kg | 2 | 50 | 32 |
3 | गुड | 4 1/2 kg | 35 | 4 | 157.5 |
4 | एउरिया | 1.5 kg | 8 | 2 | 12 |
5 | black tap | 20 RS | 20 | 100 gm | 20 |
6 7 | पेकिंग बेग हरबारा | 6 RS 50 kg | 6 6 | 5 gm 50 | 6 300 total = 527.5 |
P . फसल के लिए जमीन तेयार कारना |NO. (3 )
Major wetland tillage Activities।
पेहेले जमीन को Clean कारना हे |
जमीन को नरमाल सुकाना हे |
Repair dikes |
Plow the field side plow |
Harrow |
Level the field |
जमीन परिमापक के एकक अब्यास करना No. (4)
उद्देश्य :- परिमापाकसे ऐ पताचलता हैकि जमीन कितने एकर का और कितने गुन्टा का
सामग्री :- मिजर टेप
कृति :-
(१) १ गुन्टा = ३३ गुणिले ३३ पुट
(३ ) १ गुंटा = १०८९ चै फुट (३३ गुणिले ३३ )
(४ ) १ एकर = ४० गुंटा
(५ ) १ एकर = ४३५६० चै फुट (१०८९ गुणिले ४० )
(६) १ हेक्टर = १०० गुंटा
(७) १ हेक्टर = १०८९०० चै फुट (१०८९ गुणिले १०० )
(१) १ गुंटा = १० गुणिले १० मि
(२) १ गुंटा = १०० चै मि (१० गुणिले १० )
(३) १ एकर = ४० गुंटा
(४) १ एकर = ४०० चै मि (१०० गुणिले ४० )
(५) १ हेक्टर =१०० गुंटा
(६) १ हेक्टर =१००० चै मि (१०० गुणिले १०० )
जमीन परिमापक के एकक अब्यास करना No. (5)
उद्देश्य :- परिमापाकसे ऐ पताचलता हैकि जमीन कितने एकर का और कितने गुन्टा का
सामग्री :- मिजर टेप
कृति :-
(१) १ गुन्टा = ३३ गुणिले ३३ पुट
(३ ) १ गुंटा = १०८९ चै फुट (३३ गुणिले ३३ )
(४ ) १ एकर = ४० गुंटा
(५ ) १ एकर = ४३५६० चै फुट (१०८९ गुणिले ४० )
(६) १ हेक्टर = १०० गुंटा
(७) १ हेक्टर = १०८९०० चै फुट (१०८९ गुणिले १०० )
(१) १ गुंटा = १० गुणिले १० मि
(२) १ गुंटा = १०० चै मि (१० गुणिले १० )
(३) १ एकर = ४० गुंटा
(४) १ एकर = ४०० चै मि (१०० गुणिले ४० ) ṇḍyiu77o6ttt9o
(५) १ हेक्टर =१०० गुंटा
(६) १ हेक्टर =१००० चै मि (१०० गुणिले १०० )
मिट्टी परीक्षण करना No . (6)
सामग्री :- soil , soil testing kite
कृति :- पहले हाम मिट्टी लाए v टाइप कदखे लाये वो भी ६ इंच कदके और इस मिट्टी को कुछ इस तारा v टाइप खदके | इस मिट्टी को एक जगह पार एक काटा करके मिक्स करदिया उस मिटी को चार भाग में डिभाड़ करके द भाग रक् के दो भाग फेक दिया | फिरसे वही दो भाग मिटटी को फिर चार भाग करके दो भाग राक के दो भाग पैक दिया | उस मिटी को जाली की मादाद से अछि से छान लिया और soil testing kite box लाये और उसमेसे teste Bottle NO .1 PHOSPHORUS AP _1 6 ml लिए
TEBLE NO . 1
TEBLE NO.2
poly House (7)
उदेश्य :- पाली हाउस मातलब क्या है ? इसका सामाज ना |
(2) ओर इसकी करजयो सामाज ना |
green house effect :-
बाताबरण से हनेवाली गर्मी को रोकता रोकता है ओर उसे Co2 यानि Carbon oxide को रोकता है |
ओर उसको ही Green house केहे ते है
Green house कितने प्रकार का ओर कॉनसा कॉनसा |
(1) poly house
(2) glass house
(3) shead net house
Green house के पाइडे :- production tree time के बादते है |बाताबरण से सुरक्या मिलता है |
green house के नुकसान ;- (1) ज्यादा कारचा होता है | (1500 x M2 )
(2) जितनी अधिक होगी कीटोनासक की लागत उतनी अधिक होगी |
(3) तूफान से नुकसान का कतरा अधिक होगी |
SEED TREATMANT (8)
उदेश्य ;- बीज प्रसंस्करण द्वार बीचों का अंकुरण कयोमता मे बृद्धि कारना |
सामग्री :- आलाग आलाग बीच गाजर ,चकन्दर , पालक ,मीती , धन्या ,इत्यादि “
कृति :- प्रोतम पालक मेथी ,धन्या , बिया लेना है | साभि केलीए
जमीन :- (1) land streng
(2) kind
(3) रोग ,बूर्सा ,
वाताबोरण :- (1) gas
(2) light या डूब
(3) water
Seed treatmant |
(1) PHYSICAL (2) CAMICAL (3) BIOLOGICAL
प्राणी वंका ओर गैटा का स्वचता कारना | (9)
उदेश्य :- साभि प्राणी वंका शरीर साफ राकना है ओर गैटा का भी इसे ये होता हे की साभि प्राणी वंका जीबाणु शरीर की आँदार नेही जा पाएंगे ओर उन्हे भिमारी वंका शिकार होने से बाछ जाएंगे |
सामग्री :- (1) बकेट (2) पानी (3) साबुन (4) ब्रोस (5) झाड़ू
कृति :- पहले तो हाम गैटा को सापकिया उसके बाढ़ गाइका पहले तो हाम टाँकी से मोटेर ओर पाइप लगाया ओर गाइके शरीर पे साबुन लागाए ब्रैस की मादाद से घिसके लिए पाइप की मादाद से गाई को नेहेलाए |
ओर गाई को तड़ी देर के लिए धूप मे बांद दिया सुकने के लिए |
गाइका अंदाज से वजन निकाल ना |
उदेश्य :- गाइका अंदाजा से वजन निकालना अब्यास करना |
सामग्री :- मेजर टेप
सूत्र :- अ x ब Xक भागिले 666
अ :- छाती का गहरा
ब :- छाती का गेर
क :- सिंग का हाड़ी से पूंछके हाड़ी तक |
सनम का वजन :- अ x ब x क भागिले 666
81 x 81 x 64 भागिले 666 = 640 kg
गैरी गई का वजन :- अ xबx क भागिले 666
= 65 x 65 x 62 भागिले 666 = 393 kg
कॉमड़ी का F C R निकालना | (11 )
उदेश्य :- खाद्य का गुण निकाल ना ओर वजन निकालना |
सामग्री :- वजन काटा
f c r = food cohversion ratio f c r of given time = दिया गेआ कुल भजन भागिले कुल बड़ा हुया वजन
पाईदे :-(1) भजन की उचित यजना के सात सात गुण बता भी निर्धारित की जा सकती है |
(2) कुल भाग को समाज ना |
EX :- डिया गेआ कुल भजन भागिले कुल भाड़ा हुया वजन = 390 kg भागिले 177.5 kg |
- F C R= 390 भागिले 177.5 = 2. 19
पौधे का प्रसार तरीका | (12)
उदेश्य :- पौधे के बृद्धि को क्षमता समाज ना |
(1) बीज ;- प्रमुक मद्यम सबसे अधिक प्रसारित होते है |
- कुछ पौधे कुछ के माद्यम से साँचा रीत होते ही |
(2) सिड :- कुछ पौधे थड़ा प्रसारित होते है |
(3) पाना :- पाना के माद्यम से भी प्रसारित होते है EX = बरहा कमाल |
(4) मूल :- जड़ोंके माद्यम से प्रसारित करता है EX = आलू |
कलम बांध ने का काम :- ए एक आधुनिक बिधी है |
- कलम का कुछ प्रकार ;
- पाचर कलम :- कलम बांध ना \ grafting या graftage उद्यनिक की एक टेक्निक है जिससे एक पौधे के ऊतक दूसरे पौधे पौधे के ऊतकों मे प्रबिस्ट कराए जाते है जिससे दोनों के वाहिका ऊतक आपस मे मिलजाते है | इस प्रकार एस विधि से आलोऊँगीक प्रजनन द्वारा पौधे तेयर किए जाते है |
(2) गुट्टी मोलम ;- नीबू मे गुट्टी कॉलम तैयार करने के लिए शूरवात मे शाका को पौधे से आलग करने की जरुरात नही होती | बल्कि कमाल तैयार होने के बाद शाका को काटा जाता है इस बिधी से पौधे तैयार कर ने केलीए बारिश का मौसम सबसे उपयुक्त होता है | बारिश के आलावा किसी अन्य मौसम मे करने के लिए आधिक देकभाल की जरुरात होती है |
वनस्पति का पनि देने के पद्धति किम्बा पौधों को पनि देने का तरीका | (13)
उदेश्य :- पौधों को पानी देने का उचित बिधी को अब्यास करना |
- पौधों मे पानी देने का सही तरीका :-
- हम गार्डन के पौधों को काम पानी देने से वे मुरजा जाती है |तथा बहोत आधिक पानी देने से भी पौधों नस्ट हो जाती है |
- गर्मी के मौसम के दौरान पौधों को मुरजाने से बचाने केलीए गार्डन या गमेले की मिट्टी मे लगे पौधों मे पानी डाल नेके तरीका पाता होना चाहिए |
(1) WATERING RULES FOR PLANTS
- पानी देने से पहले प्लांट ओर गमेले की मिती को चेक कारें |
- सही समय पर पौधों को पानी दें |
- पौधों की जड़ों को पानी दें तथा पत्तियों को जिले न करे |
- पौधों की मिट्टी मे गहेराई से डालें पानी |
- पानी बचाने वाली सिंचाई पद्धति इस्ते माल करें |
- पौधों लगे गमेले की मिट्टी मे पानी भराव ना होने दें |
- गमेले मे ड्रेनेर सिस्टेम या ड्रेनेज हॉल का रखें |
प्रोस्नो :- पौधों को कब कब पानी देना चाहिए ?
- पौधों को कमसे काम सप्ता होमे दो बार पानी देना चाहिए यदि मौसम गर्मी है तो पौधों की अवस्यकता के अनुसार नियमित रुपे पानी दें |
- पानी देते समय यह द्यान रखें की पानी मिट्टी मे 6 इंच गहराई तक पानी जरूर पहुचें |
EFFECTS OF WATER LACK ON PLANS
- पत्तियों का मुरजाना
- पौधों की पत्तियों ओर फूलों का टूटकर गिरना या जड़ जाते है
- पौधों की मिट्टी सुक जाता है
- पौधों का तेजी से ना बड़ना
- प्रकाश संसले सन क्रिया का सालों होन
प्राणी वंका तापमान मापन (14)
उदेश्य :- प्राणी वंका शरीर पे रोग हेकी नेही उसको समजन |
सामग्री :- थर्म मिटेर
कृति :- सबसे पहले जान वरांकों टिकसे पकड़ ना है उसके बाद थर्म मिटेर को उसके गंड मे गुसादेना है |
(2) उसजानवर का तापमान लेनेके बाद आगार 120 ० c से ऊपर होगा त उस जानवर को बुखार रहता है |
साँक गार्डन | (15 )
उदेश्य :- साँक गार्डन को समाज न ओर उसको अभ्यास करना |
सामग्री :-
NO. | ||
1 | मिट्टी | 30\ 35 kg |
2 | कॉम्पोस्ट \ केचरा खत | 5 kg |
3 | राख | 1 kg |
4 | रेत | 2-3 kg |
5 | चावल का छिलका | 5 kg |
6 7 | पाइप 2 इंच का नीम पत्ते | 2 kg |
8 | खड़ी | 2 kg |
9 | बिट | 5 piece |
बॅग मे भरने की टेक्निक :-
- बॅग से पानी निकाल जाते है इस लिए बॅग को छेद करते है |
- बॅग के निचले स्तर पे 2 इंच पाइप राकें |
- पाइप के साइड से एक घमेल मिट्टी का मिश्रण डाले |
- उस का ऊपर नीम का पत्ते डाले |
- फिर बॅग मिट्टी से भर के लें |
- पाइप से खड़ी डालें \ पातार डाल के उस पाइप को निकाल दो |
स्प्रे तैयार कारके छिड़काव करना |(16)
उदेश्य :- छिड़काव करते समय नियंत्रण करना |
सामग्री :- (1) पंप ( 2 ) मास्क (3) गँगोल (4) hand gloves |
(*) रासायनिक औषध :-
(1) polytinc 44 ec :-
- मक्के की पसल पर फवारल
प्रमाण :- 20 liter पानी 20 ml द्रावण
(2 ) homla 550 ;-
- मावा या रोग के लिए छिड़काव के लिए जैसे :- मिरची , टोमॅटोर बैगन
प्रमाण :- 20 liter पानी 20 ml द्रबण
(3) 00 : 52 : 24 |
- ये एक fertilizers है | प्याज को जड़ने केली ए जड़ का छिड़काव करें |
प्रमाण :- 20 liter पानी : 75 ग्राम
रोग ओर पौधों के पत्तों के नमूने एकत्र करना (17)
उदेश्य :- पानावरून रोग से नाम जानकार इसे हाल करने के लिए |
सामग्री :- बिभिन्न प्रकार के पत्ते |
नमूने :- पत्ते गोभी :-
- लक्षण -> पान अनु दम दाथा
- रोग -> TRIPS
- उपाय -> हमला 550
- [ CLORPYRIPHON 50 % + CXPERMITHRIN 5% ]
कहू :
- लक्षण -> सर्प के समान सापेद रेखा , नागाली
- रोग -> करंज का तेल , नीम का तेल |
- उपाय -> HAMLA = 550
टोमॅटो :-
- लक्षण :- सर्प के समान सापेद रेखा नागाली
- रोग :- नागाली
- उपाय :- करंज का तेल , नीम का तेल [ HAMLA]
मिर्ची ;-
- लक्षण :- पत्ता अंदर के तराप मूड जाता है |
- रोग :- (TRIPS)
- उपाय :- HAMLA 550
मक्के का पान :-
- लक्षण :- हभ कात |
- रोग :- अमेरिकान लाखी कीड़ा |
- उपाय :- PROPHEX
पेरू :-
- लक्षण ;- सफेद भाग ऊनक |
- रोग ;- उनीमाव |
आम :-
- लक्षण :- लीफ हॉल |
- गमोरिया |
शवगा :-
- लक्षण :- पान खाते हे |
- रोग ;- कीड़े |
- उपाय :- भविष्य बाणी – PROPHEX
लिम्ब ;-
- लक्षण ;-
- रोग :- सिट्रस कंकर
- उपाय :-
(1) लार्वा के प्रकार :-
- पत्ता काने वाल
- रस चूसने वाला कीड़ा
खरपतवार एवं नियंत्रण (18)
उडेसीय :- खरपतवार नियंत्रण करने का अभ्यास करना|
(1) नुकसान :-
- खाद फसलोनके बजाय खेत में फसल तत्वां की होना अधिक बर्बादी है | फसल उगाना नही |
- फसलों मे कीड़ों का प्रकोप होता है |
- खरपतवार की अधिकता से फसल को धूप नही मिलेगी |
- खेत मे हवा नही चलती लेकेन उपज काम होती है |
- फसल मे पानी देना मुस्किल है |
- निराई – गुड़ाई ओर छिड़काव का खर्च बाड़ जाता है |
[1] भौतिक :-
- गहरे जुटाई |
- फसल चक्र |
- निराई
- हाथ से घास खींचना |
[2] रासायनिक :
(1) SELECTIVE ;- एक ही प्रकार की घास मारता है |
(2) NON- SELECTIVE :- सभी प्रकार की घास मारता है
EX:- लोहबान 71,PARAQUAT DICHLOVIDE
T D N के द्वारा गाई के चारे का निष्कर्षण | (19)
उदेश्य :- गाई को तैलकर जितनी जरूरत हो उतनी ही कीलाए |
सामग्री :- पिग मिटेर
- खुराक चार के बीचों मे T D N की मात्र |
NO . | खुराक का नाम | T D N की मात्र |
1 | हारभरा | 76 % |
2 | मक्का | 77 % |
3 | स्लाइडे | 80 % |
4 | मुँ पली कहना | 71% |
5 | सरकी पेंड | 72% |
6 | गेहू का चोकर | 65 % |
7 : सुग्रास | 90 % |
NO . | चारा \ वैराना नाम | T D N की मात्र |
1 | ज्वार कड़वा | 50 % |
2 | बाजरे का सर मद | 35 % |
3 | गन्ने के वृद्धि | 46 % |
4 | मक्का मुराय | 18 % |
5 | हरु ज्वार | 12 % |
6 | हिकी माका | 20 % |
7 | लसुन घास | 15 % |
(1) गौरी गाई का वजन = 553 kg
गौरी गाई का लगने वाला T D N = 1 kg वजन = 10 ग्राम |
- 553 kg वजन = 553 x 10 = 5530 ग्राम T D N |
1 ली दुधास = 250 – 300 ग्राम T D N |
- 22 ली दुधास = 22 x 300 = 6600 T D N|
गौरी गाई के लिए लगने वाला T D N = 5600 + 5530 = 12,130 ग्राम |
(2) हारा चारा 33 kg
- 33 x 18 % = 5.98 kg
(3) जावर कड़वा = 4.3 kg x 50 % = 2.15 kg
(4) गेहू का चोकर = 3 kg 3 x 65 % = 1.95 kg
गोली पेंड = 3 kg 3 x 71 % = 2.13 kg
:- 5.94 + 2.15 + 1.95 + 2.13 = 12. 17 kg T D N होगी |