गाय बहुत प्रकार के होते हैं अलग अलग जागा में अलग अलग प्रकार का गाय पालन करते हैं तो उसी हिसाब से कोनसा गाय ज्यादा दूध देता है और कोनसा गाय कम दूध देता है उसे कैसे देखभाल करना है इये हमें धियान रखना चाहिए हम सबसे ज्यादा दो प्रकार का गाय पालन करतें एक होता हे जोरसी गाय और दूसरा हे एचएभ गाय इसमें से एचएभ गाय दोश मोहिना को आठ हजार लीटर से ज्यादा दूध दे साकता है और जोरसी गाय दश महीना को छ हजार से सात हजार लीटर तक दूध दे साकता है इसलिए हमें देखना होगा की जोरसी फीमेल गाय के साथ जोरसी मेल गाय के साथ मेटिंग करना चाहिए मतलब कोनसा प्राणी कोनसा जाती ,गुण का गाय तो सेम जाती का गाय होना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं होगा की एक अलग जाती का गाय के साथ और दूसरे जाती का गाय के साथ मेटिंग जब होगा तो बड़ी प्रॉब्लम हो जायेगा तो इसलिए होमे धियान देना चाहिए तो इसलिए गाय फीमेल कोनसा जाती का व देखकर मेल गाय के साथ मेटिंग करना होगा जोरसी फीमेल गाय के साथ जोरसी मेल गाय के साथ मेटिंग होना चाहिए और एचएभ फीमेल गाय के साथ एचएभ मेल गाय के साथ शारीरिक संबंध होना चाहिए तो ऐसे होनेसे जिस जाती गाय जब बचा पैदा कारेगा तो उसका बचा भी उसी हिसाब से दूध देगा
गाय का घर कैसे बोना जाता हे
गाय के लिए तीन प्रकार से घर बोना जाता हे एक हे ओपेन हाउस और दो हे हेड टू हेड और तीसरा हे टेल टू टेल इस प्रकार से गाय केलिए घर बोना जाता है गाय के लिए ओपेन हाउस मतलब गाय को बाँधा नहीं जाता हे एक घर में फ्री में छोड़ दिआ जाता हे और एक साइड में खाने केलिए और पिने केलिए सुबिधा किआ जाता हे और हेड टू हेड इसकेलिए गाय का मुँह दूसरे गाय का मुँह में साथ फेस टू फेस होता है और गाय का पूछ अलग अलग साइड में होता हे और इस प्रकार में खाना देने केलिए बहुत आसान होता हे और टेल टू टेल इस प्रकार में गाय का मुंह अलग अलग साइड होता हे और पूछ को पूछ एक साइड में होता हे इसमें खाना देने केलिए प्रॉब्लम होता हे और मोल मूत्र जाने केलिए अच्छा होता हे

हाइड्रोपोनिक्स किया है
मूल रूप से बिना मिट्टी के पौधे उगाने की बिधि को हाइड्रोपोनिक्स कहते है देखो मिट्टी नहीं हम खेतों और बगीचों में उगने बाले पौधों के लिए इतने अभ्यस्त हैं कि हमें कुछ और पूरी तरह से असाधारण लगता है पर यही सच है न केबल पौधे मिट्टी के बिना बिकसित होंगे वे अकसर पानी या बहुत नम हवा में अपनी जड़ों के साथ बहुत बेहतर बढ़ते हैं मिट्टी के बिना बढ़ते पौधों कोहाइड्रोपोनिक्स हाइड्रोपोनिक्स के रूप में जाना जाता है यह अजीब लग सकता है लेकिन हमारे द्वारा खाए जाने वाले कई खाद्य पदार्थ -सलाद और टमाटर सहित -पहले से ही हाइड्रोपोनिक्स रूप से उगाए जाते हैं चली हाइड्रोपोनिक्स पर करीब से नजर डालें और पता करें कि यह कैसे काम करता है हाइड्रोपोनिक किया है हाइड्रोपोनिक्स मिट्टी के बिना पौधों की खेती करने की एक विधि है जिसमें केवल पानी और रासायनिक पोषक तत्वों का उपयोग किया जाता है शब्द ”हाइड्रोपोनिक्स ”का शाब्दिक अर्थ है ”पानीका काम ” आजकल टमाटर ,तुलसी ,खीरा ,सलाद और बहुत सी फसलों का उत्पादन हाइड्रोपोनिक तकनीक का उपयोग करके किया जाता है हाइड्रोपोनिक्स एक प्रकार की बागवानी और हाइड्रोकल्चर का एक उपसमुच्चय है जिसमें जलीय विलायक में खनिज पोषक तत्वों के घोल का उपयोग करके मिट्टी के बिना पौधों को उगाना शामिल है हाइड्रोपोनिक प्रणालियों को डिजाइन करने के लिए कई दृष्टिकोण हैं ,लेकिन मूल तत्वों अनिवार्य रूप से समान हैं ताजा पानी एक संतुलित पीएच के साथ प्राइमो ,फिल्टर्ड सामान की बात कर रहे थे अधिकांश पौधों को पानी की मात्रा 6 -6 . 5 के आसपास होती है आप अपने स्थानीय हार्डवेयर ,गार्डन ,या हाइड्रोपोनिक स्टोर पर पाए जाने वाले ओवर -द -काउंटर समाधाननके साथ अपने पानी की अम्लता को समायोजित कर सकते हैं