रासायनिक बीज प्रक्रिया (Chemical Seed Treatment) एक ऐसी विधि है जिसमें बीजों को विभिन्न रसायनों से उपचारित किया जाता है ताकि उन्हें बीमारियों, फफूंद, कीटों और अन्य हानिकारक तत्वों से सुरक्षित किया जा सके। यह प्रक्रिया बीजों को अंकुरण के दौरान स्वस्थ और शक्तिशाली बनाने के लिए की जाती है। इसका मुख्य उद्देश्य बीजों को शुरुआती चरण में होने वाले संक्रमण से बचाना और बेहतर फसल उत्पादन सुनिश्चित करना होता है।रासायनिक बीज प्रक्रिया के चरण:1. बीज की सफाई: सबसे पहले बीजों को साफ किया जाता है ताकि उन पर जमी मिट्टी, धूल या अन्य अवांछित कण हटा दिए जाएं।2. रासायनिक घोल तैयार करना: प्रक्रिया में इस्तेमाल होने वाले रसायनों का घोल बनाया जाता है, जिसमें फफूंदनाशक, कीटनाशक या पोषक तत्व हो सकते हैं।3. बीज का उपचार**: बीजों को इस रासायनिक घोल में डुबोया या स्प्रे किया जाता है। यह सुनिश्चित किया जाता है कि बीजों की सतह पर रसायन समान रूप से लग जाएं।4. सूखाना: उपचारित बीजों को छाया में या खुले में सूखने दिया जाता है ताकि बीजों से अतिरिक्त नमी निकल जाए और वे ठीक से सूख जाएं।5. भंडारण: सूखने के बाद बीजों को सुरक्षित तरीके से भंडारित किया जाता है ताकि उनका प्रभाव लंबे समय तक बना रहे।रासायनिक बीज प्रक्रिया से लाभ:- बीजों को रोगों और कीटों से सुरक्षा मिलती है।- फसल की पैदावार और गुणवत्ता में सुधार होता है।- अंकुरण क्षमता बढ़ती है।- प्रारंभिक अवस्था में पौधों की वृद्धि अच्छी होती है।