प्लेनटेबुल सर्वेक्षण (Plane table Survey) की बड़ी अनोखी विधि है। सर्वेक्षण की अन्य अधिकांश विधियों में पृथ्वी की सतह पर बिंदुओं की माप लेकर, उनका अलग से परिकलन एवं आलेखन (plotting) किया जाता है। सर्वेक्षण हेतु विस्तृत क्षेत्र में प्रत्येक वांछित बिंदु की माप लेकर आलेखन करना आसध्य परिश्रमवाला ही नहीं असंभव भी है। प्लेनटेबुल सर्वेक्षण में यही असाध्य अध्यवसाय अत्यंत साध्य बन गया है। प्लेनटेबुल सर्वेक्षण की क्रिया ऐसी है कि इसमें पृथ्वी की सतह पर बिना वास्तविक माप लिए बिंदुओं की सापेक्ष स्थितियों का सीधा और सही आलेखन हो सकता है। यहीं इसकी विशेषता है। इसके अतिरिक्त प्रयुक्त उपकरण सस्ते और सरल एवं कार्यवाहक सामान्य शिक्षाप्राप्त सर्वेक्षक हो सकता है। इन आकर्षक गुणों के कारण सभी देशों में इस विधि का व्यापक रूप से प्रयोग होता है।
इस कार्य में निम्नलिखित उपकरण प्रयुक्त होते हैं। (१) प्लेनटेबुल या पटल, (२) तिपाई (stand), (३) दर्श रेखी (sight rule), (४) स्पिरिट लेबिल तथा तलमापी (spirit level) तथा (५) चुंबकीय दिक्सूचक (magnetic compass)।
