पौधे की कटिंग (Plant Cutting) एक विधि है जिसका उपयोग पौधों की प्रजनन के लिए किया जाता है। यह विधि सरल और प्रभावी होती है, और इसके माध्यम से नए पौधे तैयार किए जा सकते हैं। यहाँ पौधे की कटिंग के बारे में जानकारी दी गई है:
1. कटिंग का चयन
- स्वस्थ भाग: हमेशा स्वस्थ, हरे और मजबूत तने या शाखाओं का चयन करें।
- लंबाई: कटिंग की लंबाई आमतौर पर 4 से 6 इंच होती है।
2. कटिंग की प्रक्रिया
- कटाई: चुने हुए भाग को साफ चाकू या कैंची से काटें, ध्यान रखें कि यह बीमार न हो।
- पत्तियों की छंटाई: कटिंग के निचले हिस्से से पत्तियों को हटा दें ताकि वे मिट्टी में लगाने के समय न आएं।
3. रूटिंग हार्मोन का उपयोग
- रूटिंग हार्मोन: कुछ पौधों के लिए, रूटिंग हार्मोन का उपयोग करना फायदेमंद होता है, जिससे जड़ें तेजी से विकसित होती हैं।
4. मिट्टी और गमले की तैयारी
- मिट्टी: अच्छी ड्रेनेज वाली मिट्टी का उपयोग करें, जैसे कि पॉटिंग मिक्स या वर्मी कंपोस्ट।
- गमला: एक छोटे गमले या प्लास्टिक कंटेनर में मिट्टी भरें।
5. कटिंग लगाना
- गहराई: कटिंग को मिट्टी में लगभग 2-3 इंच गहरा लगाएं।
- सिंचाई: हल्की सिंचाई करें, जिससे मिट्टी नम रहे लेकिन अधिक गीली न हो।
6. देखभाल
- आवश्यक प्रकाश: कटिंग को हल्के छायादार स्थान पर रखें, सीधे धूप से बचाएं।
- नमी: मिट्टी को नियमित रूप से जांचें और जरूरत पड़ने पर हल्की सिंचाई करें।
7. जड़ें विकसित होने का संकेत
- कुछ हफ्तों बाद, जब जड़ें विकसित होने लगेंगी, तो नए पत्ते निकलना शुरू हो सकते हैं।
8. पौधे का स्थानांतरण
- जब पौधा काफी बड़ा हो जाए और जड़ें विकसित हो जाएं, तो इसे बड़े गमले में स्थानांतरित किया जा सकता है।
पौधे की कटिंग एक सरल और प्रभावी तरीका है, जिससे आप अपनी पसंद के पौधों को आसानी से बढ़ा सकते हैं।