No- 3

Ph- 7.0

N- 420 kg/ha

P- 28.

K- 20

मिट्टी परीक्षण (Soil Testing) एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो कृषि और बागवानी में मिट्टी की गुणवत्ता और उसकी उपज क्षमता का मूल्यांकन करने के लिए की जाती है। यह प्रक्रिया निम्नलिखित चरणों में की जाती है:

  1. नमूना संग्रह: खेत या बाग से मिट्टी के विभिन्न स्थानों से नमूने इकट्ठा करें। यह सुनिश्चित करें कि नमूने एक समान हों।
  2. नमूने की तैयारी: नमूनों को सूखा कर उन्हें अच्छे से मिक्स करें और छोटे-छोटे हिस्सों में बांटें।
  3. विश्लेषण: प्रयोगशाला में नमूनों का रासायनिक और भौतिक विश्लेषण किया जाता है। इसमें pH, नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटेशियम और अन्य पोषक तत्वों की मात्रा का परीक्षण शामिल होता है।
  4. रिपोर्ट: परीक्षण के बाद, एक रिपोर्ट तैयार की जाती है जो मिट्टी की गुणवत्ता और सुधार के सुझाव प्रदान करती है।
  5. सुधार उपाय: रिपोर्ट के अनुसार, आवश्यक सुधारात्मक उपाय किए जाते हैं, जैसे कि उर्वरक का उपयोग, मिट्टी की संरचना में सुधार आदि।

मिट्टी परीक्षण से यह पता चलता है कि किन पोषक तत्वों की कमी है और खेती के लिए सर्वोत्तम उपाय क्या होंगे।