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electrical laboratory section.my project is motor winding.

Posted on March 26, 2023April 3, 2023 by Guran Hantal

उद्देश्य :- electric motor एक विद्युत यांत्रिक मशीन है जो विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में बदलती है अर्थात इससे उपयुक्त विद्युत से जोड़ने पर यह घूमने लगती है जिसे जुड़ी मशीन या यंत्र भी घूमने लगती है अर्थात यह विद्युत जनित्र का उल्टा काम करती है जो यांत्रिक ऊर्जा लेकर विद्युत ऊर्जा पैदा करता है। कुछ मोटर अलग-अलग परिस्थितियों में मोटर या जेनेरेटर जनित्र दोनों की तराह भी कम करती है।

सामोग्रि :- multimeter, voltage tester, screwdriver clam meter, measure tape, spanner hemmer

Motor wiring के लिए copper wiring निर्माणों के लिए उपयोग की जाने वाली सबसे आम सामोग्रि है यह मुख्य रूप से इसकी उच्च विद्युत चालकता (5.96 * 10 s/m) और उपेक्षाकृत कम लागत के कारण है ।

  • motor winding कैसे की जाती है ?

Rewinding एक motor की सभी wiring को अलग करने की प्रक्रिया है यह motor के stator के भीतर रखे तार होती है जिसका उपयोग एक चुम्बकीय क्षत्र उत्पन्न करने के लिए किया जाता है जो rotors को चलाने के लिए और motor को कार्ज्य करने में मदद करता है।

  • Motor types .

Electrical motor in tree types

(1) AC motor (2) DC motor (3) special motor

  • Synchronovs motor – shunt motor – stepper motor
  • Induction motor – series motor – Universal motor
  • Single phase motor – pm dc motor – hy staresis motor
  • Three phese motor – compound motor- reluctance motor
  • – separately axcited

What is motor ?

  • Motor एक ऐसा उपकरण है जिसका इस्तेमाल करके electrical energy को mechanical ऊर्जा में रूपांतरित कीया जाता है।

Working principle of motor .

  • Motor में दो मुख्य पुज्य हिस्से होते हैं ।
  • (1) stator
  • (2) rotor

Motor के बहुत सारे प्रकार होते हैं उसके हिसाब से उन्हें अलग और पार्ट लगते हैं लेकिन stator और rotar मुख्य पुज्य होते हैं।

  • Stator :-

stator में एक स्टील का फ्रेम होता है जिसके अंदर की तरफ एक खोखली सिलिंडर के आकार में लैमिनेटेड सिलिकॉन स्टील का स्लॉट्स कटे होते हैं। इसे लैमिनेटेड बनाए जाते है ताकि मोटर में उत्पन्न हिस्टरेसिस और eddy current हानि को काम किया जा सके। लैमिनेटेड सिलिकॉन स्टील के कटे स्लॉट्स में ही 3-φ कॉपर वाइंडिंग लगाई जाती है।

  • Rotor :-

रोटर में विद्युत वाहक बल के कारण रोटर चालकों में चुम्बकिय क्षेत्र उत्पन्न हो जाता है और एक ही जगह पर कार्यरत दो चुम्बकिय क्षेत्र की पारस्परिक क्रिया से एक घुमने वाला बल उत्पन्न होता है जिससे रोटर घुमनें लगता है ।

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