compost is a mixture of ingredients used and plant fertillizer and to improve soil

physical ,chemical and biological properties.

it is commonly prepared By decomposing plant and food waste, recycling organic mterials

DREEP IRRIGATION

ड्रिप सिंचाई पद्धति:- ड्रिप सिंचाई पद्धति, सिंचाई की आधुनिकतम पद्धति है। इस पद्धति में पानी की अत्यधिक बचत होती है इस पद्धति के अन्तर्गत पानी पौधों की जड़ों में बूंद-बूंद करके लगाया जाता है। इस पद्धति में जल का अपव्यय नगण्य होता है।

Drip & Sprinkler – Minor Irrigation Department

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Drip Irrigation Systems | Drip Irrigation

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ड्रिप सिंचाई का दूसरा नाम क्या है?इसे ‘टपक सिंचाई’ या ‘बूँद-बूँद सिंचाई’ भी कहते हैं।

ड्रिप का मतलब क्या होता है

?DRIP एक ऐसी तकनीक का उपयोग करता है जिसे रूपए-लागत औसत के रूप में जाना जाता है, जो एक राशि को औसत करने में सक्षम बनाता है जिस पर कोई शेयर खरीदता है क्योंकि इसकी शेयर की कीमत ऊपर और नीचे जाएगी। DRIP का मुख्य लाभ यह है कि वे निवेशकों को बिना किसी ब्रोकरेज शुल्क या कमीशन के अधिक शेयर देने में सहायता कर सकते हैं।


ड्रिप सिंचाई के क्या फायदे हैं?

ड्रिप सिंचाई खेती से पानी की बचत ...

इस सिंचाई विधि में कीटनाशकों एवं कवक नाशकों के धुलने की संभावना कम होती है। लवणीय जल को इस सिंचाई विधि से सिंचाई हेतु उपयोग में लाया जा सकता है। इस सिंचाई विधि में फसलों की पैदावार 150 प्रतिशत तक बढ़ जाती है। पारम्परिक सिंचाई की तुलना में टपक सिंचाई में 70 प्रतिशत तक जल की बचत की जा सकती है।19 Dec 2020


छिड़काव विधि क्या है?

छिड़काव सिंचाई प्रणाली — Vikaspedia

छिड़काव सिंचाई, पानी सिंचाई की एक विधि है, जो वर्षा के समान है। पानी पाइप तंत्र के माध्यम से आमतौर पर पम्पिंग द्वारा वितरित किया जाता है। वह फिर स्प्रे हेड के माध्यम से हवा और पूरी मिट्टी की सतह पर छिड़का जाता है जिससे पानी भूमि पर गिरने वाला पानी छोटी बूँदों में बंट जाता है।

ड्रिप कितने प्रकार के होते हैं?

ड्रिप कितने प्रकार के होते हैं?ड्रिप सिंचाई प्रणाली को दो भागों में वर्गीकृत किया गया है । टपक (ड्रिप) लैटरल के आधार पर उप-सतही टपक (ड्रिप) सिंचाई प्रणालीः इस विधि में लैटरल पाइपों को पौधों की जड़ क्षेत्र में जमीन की सतह के नीचे बिछाते हैं । मुख्य पाइप से पानी लेकर लैटरल पाइप को पानी पहुँचना होता है ।

ड्रिप सिंचाई के नुकसान क्या हैं?

ड्रिपर के जाम होने के साथ ड्रिप सिंचाई सिस्टम में पानी को बिना फिल्टर करे इस्तेमाल करने का एक और बड़ा नुकसान है और वो है वाल्व का खराब होना – कंट्रोल वाल्व, एयर वाल्व, प्रेशर रिलीस वाल्व खराब हो जाते हैं | बड़े कण, सील जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर जमा हो जाते हैं , जिससे वाल्व खराब हो जाते हैं।